The Bengal Files Review in Hindi: पॉलिटिक्स, प्रोपेगेंडा और 1946 के दंगों की दर्दनाक सच्चाई Vivek Agnihotri के इस फिल्म द्वारा

विवेक अग्निहोत्री
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Vivek Agnihotri की नई फ़िल्म The Bengal Files हाल ही में रिलीज़ हुई है और फिल्म का फोकस बंगाल विभाजन और 1946 के साम्प्रदायिक दंगों पर है, जिन्हें अक्सर मुख्यधारा इतिहास में कम जगह मिली। निर्देशक ने इस फ़िल्म को “Right to Life” से जोड़कर दिखाया है। लगभग 3 घंटे 24 मिनट लंबी यह मूवी न सिर्फ़ अपने कड़े संदेश बल्कि विवादों के कारण भी चर्चा में है। इस फिसच्चाई के साथ – साथ उस समय के नरसंहार को भी दिखाया गया है , जिससे यह movie आज के समय में विवाद का कारण बनी है |

Vivek Agnihotri

The Bengal Files में अतीत की झलक

फ़िल्म की कहानी एक सीबीआई अफसर शिवा पंडित (दर्शन कुमार) के आस -पास घूमती है, जो एक पत्रकार की गुमशुदगी की जांच करते हुए बंगाल के अतीत की भयावह घटनाओं से रूबरू होता है। पल्लवी जोशी का किरदार मा भारती उसे 1946 के दंगों की सच्चाई से अवगत कराता है। फ़िल्म फ्लैशबैक के ज़रिए Direct Action Day और Noakhali हत्याकांड जैसे घटनाक्रमों को दर्शाती है।

Vivek Agnihotri
  • इस फिल्म को लेकर सबकी अलग-अलग प्रतिक्रिया है जो सोशल मीडिया पर आसानी से देखा जा सकता है जहा तक इस movie की बात है तो यह movie इतिहास के इस भयावह घटना को बखूबी दर्शा रही है |

Vivek Agnihotri की The Bengal Files विवाद 

फ़िल्म पर ऐतिहासिक तथ्यों को तोड़-मरोड़ कर पेश करने के आरोप लगे हैं। कुछ परिवारों और संगठनों ने आपत्ति जताई है कि यह एकतरफ़ा नरेटिव को बढ़ावा देती है। इसके बावजूद, ‘द बंगाल फाइल्स’ ने साम्प्रदायिक हिंसा पर चर्चा को फिर से जिंदा कर दिया है। जिससे इस फिल्म को देखने वालो की संख्या बढ़ गयी है |