Unnati Hooda काफी सुर्ख़ियों में हैं चाइना ओपन सुपर 1000 टूर्नामेंट में ओलंपिक मेडलिस्ट पीवी सिन्धु को हरा दिया | जबकि पीवी सिन्धु को अपना रोल मॉडल बताती हैं , उन्नति ने दो बार सिन्धु पर 21-16 , 19 -21 , 21 -13 से जीत हासिल किया | हालाँकि क्वार्टर फ़ाइनल में जापान की आकने यामागुची के हाथों हार गयी |
Unnati Hooda के करियर की शुरुआत

Unnati Hooda 20 सितंबर 2007 को फरीदाबाद, हरियाणा में जन्मी बैडमिंटन की खिलाड़ी है | उन्नति हुड्डा हरियाणा के एक मध्यमवर्गीय परिवार से आती हैं। उन्होंने बहुत कम उम्र में ही बैडमिंटन खेलना शुरू कर दिया था। उनके पिता अर्जुन हुड्डा फरीदाबाद कोर्ट में वकील हैं, जबकि माता गृहिणी हैं। उन्नति को शुरू से ही खेलों में रुचि थी, लेकिन बैडमिंटन को उन्होंने अपना जुनून बना लिया। उन्नति ने 7 साल की उम्र से पेशेवर ट्रेनिंग लेनी शुरू की और जल्द ही नेशनल सर्किट में छा गईं। उन्हें पहली बार राष्ट्रीय स्तर पर पहचान तब मिली जब उन्होंने सब-जूनियर प्रतियोगिताओं में लगातार जीत हासिल की।
Unnati Hooda की मुख्य उपलब्धियां

Unnati 2022 ओडिशा ओपन में उन्नति ने सिर्फ 14 साल की उम्र में BWF सुपर 100 टूर्नामेंट जीतकर इतिहास रच दिया। 2022 इंडिया इंटरनेशनल चैलेंजर में सिल्वर मेडल। 2024 एशियन जूनियर बैडमिंटन चैंपियनशिप (Korea) में गोल्ड मेडल जीता। 2024 Uber Cup भारतीय महिला टीम की सदस्य तथा भारत को ब्रॉन्ज मेडल दिलाने में भूमिका रही | 2024 में उन्होंने BWF वर्ल्ड रैंकिंग टॉप 100 में अपनी जगह बनाई।
Unnati Hooda की खेल शैली

उन्नति का खेल आक्रामक है, जिसमें तेज रिफ्लेक्सेस और कोर्ट कवरेज उनकी खासियत हैं। वह मानसिक रूप से भी बहुत मजबूत खिलाड़ी मानी जाती हैं। उन्नति पीवी सिन्धु को अपना रोल मॉडल बताती हैं और उनको भी हरा दिया | उन्नति हुड्डा को भारत की अगली पी.वी. सिंधु माना जा रहा है। उनकी निरंतर मेहनत और कम उम्र में मिली सफलताओं ने उन्हें देश की सबसे उभरती हुई बैडमिंटन स्टार बना दिया है। उन्नति हुड्डा भारतीय बैडमिंटन की नई उम्मीद हैं। जिस तरह से वह इंटरनेशनल लेवल पर प्रदर्शन कर रही हैं, उससे यही लगता है कि आने वाले वर्षों में वह भारत के लिए ओलंपिक या विश्व चैंपियनशिप में मेडल ला सकती हैं।