जम्मू-कश्मीर की 18 वर्षीय Sheetal Devi ने विश्व पैरा आर्चरी चैम्पियनशिप 2025 में इतिहास रचते हुए महिला कंपाउंड व्यक्तिगत वर्ग में गोल्ड मेडल जीता। यह प्रतियोगिता दक्षिण कोरिया के ग्वांग्जू में आयोजित हुई। जन्म से ही बिना हाथों के होने के बावजूद, शीटल ने अपनी अद्वितीय क्षमता और मेहनत से दुनिया के नंबर-1 खिलाड़ी को मात दी।
शानदार प्रदर्शन: विश्व नंबर-1 को हराया

Sheetal Devi ने तुर्की की ओज़नुर कुरे गिर्दी को 146–143 के स्कोर से हराया। यह जीत उनकी तीसरी मेडल विजेता उपलब्धि है। इससे पहले उन्होंने मिक्स्ड टीम इवेंट में तमन कुमार के साथ ब्रॉन्ज मेडल जीता और महिला टीम इवेंट में सरिता के साथ सिल्वर मेडल हासिल किया।
प्रारंभिक जीवन और आर्चरी की शुरुआत

Sheetal Devi का जन्म 10 जनवरी 2007 को किष्टवार, जम्मू-कश्मीर में हुआ था। उन्हें आर्चरी में 2019 में इंडियन आर्मी के राष्ट्रीय राइफल्स यूनिट के सहयोग से परिचित कराया गया। शीटल ने अपने कठिन संघर्ष और दृढ़ इच्छाशक्ति के दम पर कम समय में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान बनाई।
पुरस्कार और प्रेरणा
Sheetal Devi crowned world champion, bags historic gold at Para World Archery C'ship#SheetalDevi won gold in the women's compound individual event at the Para World Archery Championship. Her victory over Turkiye's top-ranked archer highlights India's rising strength in… pic.twitter.com/c9m7ACwyO0
— IndiaToday (@IndiaToday) September 27, 2025
Sheetal Devi को 2023 में अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित किया गया और उन्हें एशियाई पैरा ओलंपिक कमिटी द्वारा वर्ष की सर्वश्रेष्ठ युवा एथलीट का खिताब भी मिला। उनकी कहानी न केवल भारत में बल्कि विश्व स्तर पर दृढ़ता और प्रेरणा का प्रतीक बन चुकी है।