Narendra modi का कार्यकाल अब इंदिरा गांधी से भी लंबा हो चुका है, और यह भारतीय राजनीति में एक ऐतिहासिक उपलब्धि मानी जाती है | इंदिरा गांधी ने तीन बार भारत की प्रधानमंत्री के रूप में सेवा दी 1966–1977 (लगातार 11 वर्ष) तथा 1980–1984 (4 वर्ष, उनकी हत्या तक) | कुल कार्यकाल: लगभग 15 वर्ष 350 दिन का था | वहीं प्रधान मंत्री मोदी 11 वर्ष 2 महीने हो चुके हैं जो इंदिरा जी लगातार प्रधान मंत्री बने रहने से ज्यादा है |
Narendra modi नरेंद्र मोदी का कार्यकाल

पहली बार प्रधानमंत्री बने- 26 मई 2014 को | दोबारा चुने गए- 30 मई 2019 को | 2024 में फिर से प्रधानमंत्री बने (तीसरी बार) अब तक का कार्यकाल (जुलाई 2025 तक) लगभग 11 साल 2 महीने (और जारी है) | यानी अगर तीसरा कार्यकाल पूरा करते हैं तो 2029 तक मोदी जी भारत के सबसे लंबे कार्यकाल वाले निर्वाचित प्रधानमंत्री बन जाएंगे।
ऐतिहासिक दृष्टिकोण

नेहरू जी का कार्यकाल सबसे लंबा था (17 वर्ष ) ,इंदिरा गाँधी 15 वर्ष 350 , मोदी जी 11 वर्ष (अब तक ), मनमोहन सिंह 10 वर्ष , लेकिन नरेंद्र मोदी पहले ऐसे प्रधानमंत्री बन सकते हैं जो लगातार तीन बार पूर्ण बहुमत से चुनकर आए हैं। लगातार तीन कार्यकाल तक जनता के समर्थन से सत्ता में बने हुए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने न केवल इंदिरा गांधी का कार्यकाल पीछे छोड़ दिया है, बल्कि वे आधुनिक भारत के सबसे शक्तिशाली और प्रभावशाली प्रधानमंत्रियों में से एक बन गए हैं। अगर उनका तीसरा कार्यकाल (2024–2029) पूरा होता है, तो वे नेहरू जी का रिकॉर्ड भी तोड़ सकते हैं।
Narendra modi का कार्यकाल की खास बात

Narendra modi का लगातार तीन बार पूर्ण बहुमत पाना एक ऐतिहासिक उपलब्धि है | कड़े और ऐतिहासिक फैसले – जैसे नोटबंदी, GST, अनुच्छेद 370 हटाना। अंतरराष्ट्रीय प्रभाव – मोदी अब वैश्विक स्तर पर भारत के सबसे चर्चित नेताओं में हैं। बिना किसी बड़े गठबंधन के मजबूत नेतृत्व – मोदी सरकार अधिकतर निर्णयों में स्वतंत्र रही है | यह इनके कार्यकाल की खास बातें हैं |
प्रारंभिक जीवन और राजनीति में प्रवेश
Narendra modi का जन्म 17 सितंबर 1950 को गुजरात के वडनगर में हुआ था। वे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) से जुड़े और बाद में भारतीय जनता पार्टी (BJP) में शामिल हुए। उन्होंने 2001 से 2014 तक गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में कार्य किया
प्रधानमंत्री के रूप में पहला कार्यकाल की उपलब्धियां

पहला कार्यकाल (2014-2019) शपथ ग्रहण: 26 मई 2014 को हुआ | स्वच्छ भारत मिशन: देशभर में स्वच्छता को बढ़ावा दिया गया। जन-धन योजना: करोड़ों लोगों को बैंकिंग व्यवस्था से जोड़ा गया। मेक इन इंडिया: भारत को मैन्युफैक्चरिंग हब बनाने की पहल। सर्जिकल स्ट्राइक (2016): उरी हमले के बाद पाकिस्तान में आतंकियों पर जवाबी हमला। जीएसटी लागू (2017): पूरे देश में एक कर प्रणाली लागू की गई।
दूसरा कार्यकाल की उपलब्धियां

दूसरा कार्यकाल (2019-वर्तमान) शपथ ग्रहण: 30 मई 2019 को हुआ | अनुच्छेद 370 हटाना (अगस्त 2019): जम्मू-कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा समाप्त किया गया। तीन तलाक कानून: मुस्लिम महिलाओं को न्याय दिलाने के लिए ऐतिहासिक कानून। राम मंदिर निर्माण का मार्ग प्रशस्त: सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद भूमि पूजन कराया। कोविड-19 महामारी से निपटना: वैक्सीन निर्माण, मुफ्त टीकाकरण, राहत पैकेज। आत्मनिर्भर भारत अभियान: आत्मनिर्भरता और घरेलू उत्पादन को बढ़ावा देना। नई शिक्षा नीति 2020: शिक्षा क्षेत्र में बड़े सुधार। जी-20 अध्यक्षता (2023): भारत ने पहली बार G20 की अध्यक्षता की। Viksit Bharat 2047 का लक्ष्य: भारत को विकसित राष्ट्र बनाने की दिशा में संकल्प।