भारत की युवा शतरंज खिलाड़ी Divya Deshmukh ( दिव्या देशमुख ) ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए FIDE महिला विश्व कप 2025 का खिताब जीत लिया है। यह मुकाबला जॉर्जिया के बटुमी शहर में खेला गया, जहां दिव्या ने भारत की ही अनुभवी खिलाड़ी कोनेरू हम्पी को हराकर जीत दर्ज की। दोनों के बीच क्लासिकल और पहले रैपिड गेम ड्रॉ रहा, लेकिन दूसरे रैपिड गेम में दिव्या ने शानदार खेल दिखाते हुए मुकाबला अपने नाम कर लिया।

Divya Deshmukh का ग्रांडमास्टर टाइटल
इस जीत के साथ दिव्या देशमुख भारत की 88वीं ग्रांडमास्टर और महिला वर्ग में चौथी महिला ग्रांडमास्टर बन गई हैं। उन्होंने मैच के बाद कहा कि यह उनकी जिंदगी का सबसे बड़ा पल है और वो इसे शब्दों में बयां नहीं कर सकतीं। जीत के बाद दिव्या अपनी मां से गले मिलकर भावुक हो गईं और उनकी आंखों से आंसू छलक पड़े।
Divya Deshmukh का शतरंज में योगदान
दिव्या देशमुख ने इससे पहले भी कई अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट में भारत को गौरव दिलाया है। उनकी इस ऐतिहासिक जीत ने यह साबित कर दिया है कि भारत में महिला शतरंज का भविष्य बेहद उज्ज्वल है। अब दिव्या और हम्पी दोनों ही 2026 में होने वाले Women’s Candidates Tournament के लिए क्वालिफाई कर चुकी हैं।
- दिव्या की जीत सिर्फ एक ट्रॉफी नहीं है, बल्कि यह देश की बेटियों के लिए प्रेरणा है कि मेहनत, धैर्य और आत्मविश्वास से हर सपना पूरा किया जा सकता है।