ZEE5 पर आई नई वेब सीरीज़ Bakaiti हमें एक ऐसे परिवार की कहानी दिखाती है, जो हमारी रोजमर्रा की ज़िंदगी का आईना लगती है। इसमें हंसी, तकरार, अपनापन और तमाशा—सब कुछ भरपूर है, लेकिन बिना किसी बनावट के।

एक कमरा, कई जज़्बात
यह कहानी है संजय कटारिया नाम के एक अधेड़ उम्र के वकील की, जो अब नोटरी का काम करके अपने परिवार को पाल रहा है। जब परिवार को पैसों की तंगी महसूस होती है, तो वह अपने ही घर का एक कमरा किराए पर देने के लिए मजबूर होता है। यही से शुरू होती है ‘बकाइती’ की असली कहानी।
परिवार में उनकी पत्नी सुशमा, दो बच्चे-नैना और भरत, और साथ में रहते हैं उनके बुजुर्ग पिता, जिनकी चुप्पी में भी बहुत कुछ कहा गया है।
Bakaiti के किरदारों का जादू
- राजेश तैलंग ने संजय कटारिया के किरदार में गहरी शांति और थकान के बीच के संतुलन को बेहतरीन ढंग से निभाया है।
- शीबा चड्ढा एक बार फिर अपने नेचुरल और दिल छू लेने वाले अभिनय से घर की रीढ़ बनती हैं।
- तान्या शर्मा (नैना) और आदित्य शुक्ला (भरत) भाई-बहन के रिश्ते में झगड़ों और जुड़ाव दोनों को बखूबी दिखाते हैं।
- रामेश राय, जो परिवार के सबसे बुजुर्ग हैं, शांत लेकिन मौज से भरे किरदार के रूप में एक अलग ही रंग भरते हैं।
Bakaiti की बकवास नहीं, दिल से निकली बातें
सीरीज़ का नाम ‘Bakaiti’ सुनने में भले ही हल्का लगे, लेकिन इसकी परतों में छुपा हास्य और भावनात्मक गहराई हर दर्शक को छू जाती है। इसमें कोई बड़ा ट्विस्ट या थ्रिल नहीं है, बल्कि उन छोटी-छोटी बातों की अहमियत है, जो हर घर में होती हैं लेकिन कही नहीं जातीं।
लेखन और निर्देशक
निर्देशक अमीत गुप्ता और लेखकों की टीम ने मिलकर एक ऐसा घर बसाया है, जिसमें न कोई विलेन है और न कोई हीरो, बस हैं तो अपने लोग, अपनी कहानियां। हर सीन एक याद जैसा लगता है,कभी पंखा बंद करने पर बहस, कभी रोटी के आखिरी टुकड़े पर लड़ाई।
- Bakaiti कोई ग्लैमर से भरी वेब सीरीज़ नहीं है। यह एक ऐसा अनुभव है जिसे आप देखकर मुस्कुरा सकते हैं, यादों में खो सकते हैं और शायद अपने परिवार के साथ फिर से बैठकर बात कर सकते हैं।