Google AI Hub ने भारत के विसाखापत्तनम में अपनी पहली कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) हब स्थापित करने के लिए $15 बिलियन का ऐतिहासिक निवेश करने की घोषणा की है। यह निवेश अमेरिका के बाहर गूगल का सबसे बड़ा AI प्रोजेक्ट है और इसे भारत की डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर में एक मील का पत्थर माना जा रहा है।
Google AI Hub के लिए निवेश और प्रोजेक्ट का विस्तार

गूगल अगले पांच वर्षों (2026–2030) में गीगावाट-स्केल डेटा सेंटर के लिए $15 बिलियन का निवेश करेगा। इस सुविधा में AI इंफ्रास्ट्रक्चर, बड़े पैमाने पर ऊर्जा स्रोत और फाइबर-ऑप्टिक नेटवर्क का विस्तार शामिल होगा। प्रोजेक्ट को Bharti Airtel और AdaniConneX के सहयोग से विकसित किया जा रहा है।
विसाखापत्तनम का रणनीतिक महत्व

विसाखापत्तनम को अंतरराष्ट्रीय सबसी केबल्स की निकटता के कारण चुना गया है, जिससे डेटा ट्रांसफर स्पीड और ग्लोबल कनेक्टिविटी बढ़ेगी। इस शहर को Google AI Hub और डिजिटल इनोवेशन का हब बनाने की योजना है।
भारत सरकार के साथ सहयोग

यह परियोजना भारत की “विकसित भारत 2047” योजना के अनुरूप है। गूगल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अन्य सरकारी अधिकारियों के साथ मिलकर इस प्रोजेक्ट की सफलता सुनिश्चित करने के लिए काम किया है। यह पहल भारत को AI टेक्नोलॉजी में विश्व स्तर पर अग्रणी बनाने में मदद करेगी।
वैश्विक और देशव्यापी प्रभाव
Great to speak with India PM @narendramodi @OfficialINDIAai to share our plans for the first-ever Google AI hub in Visakhapatnam, a landmark development.
— Sundar Pichai (@sundarpichai) October 14, 2025
This hub combines gigawatt-scale compute capacity, a new international subsea gateway, and large-scale energy infrastructure.…
विसाखापत्तनम में Google AI Hub पूरे एशिया और अन्य अंतरराष्ट्रीय बाजारों के लिए एक प्रमुख केंद्र बन जाएगा। यह निवेश भारत में विभिन्न सेक्टरों में AI को तेजी से अपनाने और डिजिटल अर्थव्यवस्था को मजबूत करने में योगदान देगा। तकनीकी नवाचार और रोजगार के नए अवसर भी इस परियोजना से उत्पन्न होंगे।